नई दिल्ली। पीएम किसान सम्मान निधि योजना का एलान पिछले साल किया गया था। इस योजना के तहत केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश समेत देशभर के किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर करती है। ऐसे में आपको बता दें की पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम के लागू होने के बाद से अब तक इसमें पांच बड़े बदलाव हो चुके है। अगर आप इनके बारे में जान लेंगे तो फायदे में रहेंगे। जो इसकी जानकारी अपडेट रखते हैं वो उन्हें सालाना 6000 रुपये का लाभ उठाने में मदद मिलती है। योजना में अब तक 10 करोड़ 10 लाख किसानों रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इन सभी किसान भाईयों के बैंक अकाउंट में एक अगस्त से 2000 रुपये की छठीं किश्त आनी शुरू हो जाएगी। आईए जानते हैं पीएम किसान स्कीम के बदलाव और फायदे...
किसान क्रेडिट कार्ड: जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि प्रधानमंत्री किसान स्कीम से अब किसान क्रेडिट कार्ड को भी जोड़ दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि केसीसी बनाने की प्रक्रिया तेज हो। यानी जिसे सरकार 6000 रुपये दे रही है उसे केसीसी बनवाना आसान होगा। इस समय करीब 7 करोड़ किसानों के पास केसीसी है, जबकि सरकार जल्द से जल्द 2 करोड़ और लोगों को इसमें शामिल करके उन्हें 4 फीसदी पर 3 लाख रुपये तक का लोन मुहैया करवाना चाहती है।
पीएम किसान मानधन योजना: पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे किसान को पीएम किसान मानधन योजना के लिए कोई दस्तावेज नहीं देना होगा। इस योजना के तहत किसान पीएम-किसान स्कीम से प्राप्त लाभ में से सीधे ही अंशदान करने का विकल्प चुन सकते हैं। इस तरह उसे सीधे अपनी जेब से पैसा नहीं खर्च करना पड़ेगा। 6000 रुपये में से उसका प्रीमियम कट जाएगा।
जोत की सीमा खत्म: पहले इस योजना की पात्रता शर्त थी कि जिसके पास कृषि योग्य 2 हेक्टेयर (5 एकड़) भूमि है उसी को यह लाभ मिलेगा। मोदी सरकार ने इस जोत की सीमा को खत्म कर दिया है। इस वजह से इसका लाभ 12 करोड़ की बजाए 14.5 करोड़ किसानो को मिलने लगेगा।
किसानों को खुद रजिस्ट्रेशन की सुविधा: मोदी सरकार ने इसके लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए सेल्फ रजिस्ट्रेशन का तरीका निकाला। जबकि पहले लेखपाल, कानूनगो और कृषि अधिकारी के जरिए रजिस्ट्रेशन करवाना होता था। अब किसान के पास यदि रेवेन्यू रिकॉर्ड, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट नंबर है तो वो (pmkisan.nic.in) पर फामर्स कॉर्नर में जाकर खुद अपना रजिस्ट्रेशन कर सकता है।
खुद स्टेटस जानने की सुविधा: रजिस्ट्रेशन के बाद आपका आवेदन स्वीकार है या नहीं, आपके अकाउंट में कितनी किश्त का पैसा आया है इसकी जानकारी के लिए आपको किसी कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। अब पीएम किसान पोर्टल पर जाकर कोई भी किसान अपना आधार, मोबाइल और बैंक खाता नंबर दर्ज करके स्टेटस की जानकारी ले सकता है।
आधार कार्ड अनिवार्य: इस स्कीम के लाभ के लिए सरकार ने आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया था। स्कीम के तहत किसानों को आधार कार्ड लिंक करवाने की छूट तय सीमा के बाद नहीं बढ़ाई गई, ऐसा इसलिए किया गया ताकि पात्र किसानों को ही इसका लाभ मिल सके।
आधार सीडिंग
जिस बैंक अकाउंट को आपने पीएम किसान स्कीम में दिया है उस बैंक में जाना पड़ेगा। वहां अपने साथ आधार कार्ड की फोटो कॉपी ले जाएं। बैंक कर्मचारियों से कहें कि उनके आधार से खाता लिंक कर दें। आधार कार्ड की फोटो कॉपी है उसमे नीचे एक जगह पर साइन कर दें।
करीब सभी बैंकों में ऑनलाइन आधार सीडिंग की सुविधा भी मौजूद है। जहां से आप अपने आधार को लिंक कर सकते हैं। लिंक करते वक्त ध्यान से 12 अंकों का आधार नंबर टाइप करें और सबमिट कर दें। जब आपका आधार आपके बैंक नंबर से लिंक हो जाएगा उसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज आ जाएगा। लेकिन इसके लिए आपके पास नेट बैंकिंग की सुविधा होनी चाहिए।
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