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दिल्ली के अपराध जगत का प्रमुख नाम और बहादुरगढ़ के गांव जसौरखेड़ी निवासी संदीप उर्फ ढिल्लू को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने सिलीगुड़ी से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बुधवार रात जब दिल्ली के मोस्ट वॉन्टेड अपराधी को पकड़ा तो उसकी पत्नी ने संदीप के पकड़े जाने का वीडियो ही वायरल कर दिया। साथ ही प्रियंका ने वीडियो में अपने पति के एनकाउंटर (encounter) कर देने की आशंका भी जताई। ढिल्लू पर 2 लाख रुपए का इनाम घोषित था। उसके खिलाफ दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड और हरियाणा में हत्या, फिरौती के कई मामले दर्ज हैं।
बता दें कि दिल्ली के टॉप मोस्ट अपराधियों की लिस्ट में शामिल संदीप ढिल्लू 19 फरवरी 2018 को दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल से पुलिस कस्टडी से फरार हुआ था। दिल्ली पुलिस ने पुलिस कस्टडी से फरार मोस्ट वॉन्टेड अपराधी को जैसे ही बुधवार रात सिलीगुड़ी से पकड़ा तो उसकी पत्नी प्रियंका ने उसको पकड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
वीडियो में संदीप की पत्नी कहती सुनाई दे रही है कि 'मैं प्रियंका वाइफ ऑफ संदीप, मैं अपने पति के साथ सिलीगुड़ी घुमने आई थी, मेरे पति को सेल वाले, लोधी कॉलोनी के इंस्पेक्टर उमेश भार्थवाल उठा ले गए हैं। कहीं मेरे पति का एनकाउंटर न हो जाए।' गौरतलब है कि दिल्ली के मोस्ट वॉन्टेड अपराधी संदीप पर 2 लाख रुपए का इनाम है। उसे दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है।
संदीप ढिल्लू पर हत्या व फिरौती के कई मामले चल रहे हैं। दिल्ली के अलावा हरियाणा, यूपी व उत्तराखंड में भी संदीप पर कई मामले दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस के अनुसार संदीप ढिल्लू केवल व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए ही बात करता था, इसलिए करीब दो साल से पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही थी। आखिरकार, स्पेशल सेल की टीम ने अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लेते हुए उसकी लोकेशन ट्रैक करते हुए ढिल्लू को सिलीगुड़ी से पकड़ लिया। सूत्रों की मानें तो आपराधिक इतिहास को देखते हुए ढिल्लू का एनकाउंटर भी तय माना जा रहा था।
बहादुरगढ़ के जसौर खेड़ी गांव के निवासी संदीप उर्फ ढिल्लू ने खुद का भी अपना गिरोह बना रखा है। हत्या के अलावा उस पर रंगदारी और आर्म्स एक्ट के मुकदमे दर्ज हैं। वर्ष 1978 में एक किसान के घर में जन्म लेने वाले संदीप ने बाहरी दिल्ली की गैंगवार के माध्यम से अपराध जगत में कदम रखा। दसवीं तक पढ़ाई करने वाले संदीप के पिता उसे पहलवान बनाना चाहते थे
लेकिन इसी दौरान स्थानीय गैंगस्टर के संपर्क में आने के साथ ही उसने अपराध की दुनिया का रुख कर लिया। वर्ष 2003 में सुल्तानपुरी में पुलिसकर्मियों पर हमला करने व क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर को घायल करने का आरोप ढिल्लू पर लगा। वर्ष 2004 में जनकपुरी में वसूली के एक मामले में उद्योगपति की हत्या करने के मामले में भी वह आरोपी है। वर्ष 2006 में उसे पश्चिम विहार में एक बैंक डकैती के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
साथ ही 2004 में हुए मर्डर के मामले में दोषी ठहराया गया। वर्ष 2007 में पैरोल जंप करके फरार हो गया। वर्ष 2010 में उस पर उत्तर प्रदेश के बागपत में गैंगवार के चलते एक व्यक्ति की हत्या का आरोप लगा। वर्ष 2012 में दिल्ली के भारत नगर में एक उद्योगपति के घर में घुसकर पैसा वसूली का मामला भी दर्ज हुआ। हालांकि वह 2017 में गिरफ्तार हुआ। बदमाश 19 फरवरी 2018 को पुलिसकर्मियों की आखों में मिर्च का पाउडर झोंक मौलाना आजाद दंत विज्ञान संस्थान में इलाज कराने आए संदीप को भगा ले गए थे।
इस लेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के हैं, ये ओपेरा न्यूज़ के विचारों को नहीं दर्शाता
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