गुलाबी गैंग - जब पुलिस स्टेशन में जाकर पुलिस वालों को ही पिट दिया था



हमारे देश में महिलाओं के ऊपर होने वाले अपराधों में औरतों के साथ गाली गलौच ओर मार पिटाई सबसे ज्यादा देखने को मिलता है जब अपने ही जान के दुश्मन बन जाते है उस स्थिति में इन महिलाओं की मदद ना तो पुलिस कर सकती है ओर ना ही इनके मायके वाले कुछ कर पाते है । लेकिन महिला ठान ले तो वे एक एक जुर्म का बदला लेना जानती है आज इस बात पर आपको यकीन हो जायेगा।




अगर आप गुलाबी गैंग के बारे में नही जानते तो आपको बता दु ये उत्तरप्रदेश हरियाणा ओर राजस्थान के कुछ महिलाओं का ससक्त महिलाओं का एक सक्रिय संगठन है बाँदा उत्तरप्रदेश से शुरू हुई ये कोई गैंग नही बल्कि महिला अधिकारों के लिये संघर्ष करती हमेशा गुलाबी कपड़े पहने महिलाओ का एक ग्रुप है जो परेशान महिलाओं की मदद तो करता ही है ओर साथ में उन पतियों की भी पिटाई करती है जो अपनी पत्नीयों के साथ मार पिटाई करते है। चाहे धरना प्रदर्शन हो या चाहे डंडे के जोर पर। इस ग्रुप की महिलाओं का मानना है की उन पर अपराध करने वालो के साथ कैसे निपटाना है ये इन्हें बखूबी आता है इनके कई किस्से मसहूर है जिसमे से मैं आपको एक बताता हु।




2007 में एक दलित महिला के बलात्कार के बाद जब पुलिस से आरोपियों की मदद की ओर पीड़िता का सम्बन्धियों को ही जेल में डाल दिया तब गुलाबी गैंग पुलिस स्टेशन पहुच गयी ओर इन्होंने पुलिस वालो को ही पिट दिया ओर कई तरह के वाज़िब कमाई के जरिये देकर ये ग्रुप महिलाओ को आगे बढ़ने में मदद कर रहा है जिसके लिये इनकी जितनी तारीफ की जाये कम है। बॉलीवुड में गुलाबी गैंग नाम से एक मूवी भी बनी थी जिसमे माधुरी दिक्सित ओर जूही चावल लिड रोल में थी ।




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