हैदराबाद शहर की जहाँ जे रामुलु नाम का एक शख्स ऑटो चलाने का काम करता हैं. रामुलु मुख्य रूप से नलगोंडा जिले के देवराकोंडा का रहने वाला हैं. वो अपने परिवार का पेट पालने के लिए यहाँ हैदराबाद में औटो चलाने का काम करा हैं. ऐसे में एक दिन उसके ऑटो में दो लोग बैठे. इनके पास एक बैग भी था. कुछ देर के सफ़र के बाद रामुलु ने इन दोनों को उनकी बताई लोकेशन पर छोड़ दिया. इसके बाद रामुलु आगे बढ़ गया. ऐसे में कुछ देर बाद उसे पता चला कि ये दोनों यात्री उसके ऑटो में एक बैग भूल गए हैं. जब रामुलु ने ये बैग खोला तो उसके होश उड़ गए. इस बैग में ढेर सारे रुपए थे जिनकी कीमत 10 लाख रुपए थी.
पहले तो रामुलु इतने सारे पैसे देखकर डर गया लेकिन फिर उसने हिम्मत जुटाई और बिना किसी देरी के वापस उसी स्थान पर गया जहाँ उसने उन दोनों यात्रियों को उतारा था. उधर ये दोनों बंदे भी इस बात को लेकर परेशान थे कि आखिर उनका पैसो से भरा बैग कहाँ गूम हो गया. उन्होंने इस खोए पैसो को लेकर पुलिस में कम्प्लेन भी कर दी थी. फिर तभी उनकी मुलाकात रामुलु ऑटो ड्राईवर से हो गई जो इन दोनों को पैसे वाला बैग वापिस करने के लिए ढूंढ रहा था.
बाद में पता चला कि रामुलु ने पहले से बैंक से 1.5 लाख रुपए का लोन ले रखा हैं. ऐसे में वो चाहता तो इस पैसो को अपने पास रख आराम से एन्जॉय कर सकता था लेकिन रामुलू ने बताया कि वो इन पैसो से ज्यादा से ज्यादा कुछ साल एन्जॉय करता लेकिन उसका जमीर जिंदगीभर इसके लिए उसे कोसता रहता. इसलिए उसने किसी और का नुकसान कर खुद एन्जॉय करना सही नहीं समझा और पैसो से भरा बैग लौटा दिया.
रामुलु की इस इमानदारी से बैग का मालिक इतना खुश हुआ कि उसने इनाम के तौर पर उसे 10 हजार रुपए दे दिए. इस तरह रामुलु को अपनी इमानदारी का फल हाथो हाथ ही मिल गया. ये पूरी घटना हम सभी के लिए एक प्रेरणा हैं. यदि आको ये स्टोरी पसंद आई तो इसे दूसरों के साथ भी शेयर करे ताकि हर कोई इससे प्रेरित हो सके.
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