3 साल तक आर्मी ड्यूटी करने वाले युवाओं को जॉब का चांस देंगे आनंद महिंद्रा!

भारतीय सेना की तरफ से पिछले दिनों देश के आम नागरिकों को आर्मी में सेवा का एक मौका देने के मकसद से तीन साल के खास प्रोग्राम का प्रस्‍ताव पेश किया गया है। जो नागरिक सेना में ड्यूटी करना चाहते हैं मगर किसी कारणवश नहीं कर पा रहे हैं, वे अब 'टूर ऑफ ड्यूटी' प्रोग्राम के जरिए आर्मी की यूनिफॉर्म पहनने का सपना पूरा कर सकते हैं। हालांकि सेना को अभी इस प्रस्‍ताव पर रजामंदी देनी है। लेकिन इससे पहले ही महिंद्रा ग्रुप ऑफ इंडस्‍ट्रीज के मालिक आनंद महिंद्रा ने एक बड़ा ऐलान कर दिया है।

सेना के प्रोग्राम को लेकर उत्‍सुक महिंद्रा

आनंद महिंद्रा ने सेना को ई-मेल भेजा और इस प्रस्‍ताव को लेकर अपनी उत्‍सुकता जाहिर की है। उन्‍होंने कहा है कि जो भी इस कार्यक्रम को पूरा करेगा, उसे वह अपनी कंपनी में नौकरी देना का विचार करेंगे। उन्‍होंने अपने ई-मेल में कहा है, 'मुझे हाल ही में पता चला है कि सेना एक महान प्रस्‍ताव, 'टूर ऑफ ड्यूटी' पर विचार कर रही है। भारत के युवा और फिट नागरिकों को एक मौका मिलेगा जहां वे बतौर सैनिक सेना के अनुभवों को हासिल कर सकेंगे और उसी तरह से अपनी इच्‍छा से तीन साल के प्रोग्राम को पूरा करेंगे जैसे बाकी आर्मी ऑफिसर्स करते हैं।'

अभी प्रपोजल नहीं हुआ है फाइनल

महिंद्रा ने आगे लिखा, 'मैं इस बात को लेकर बिल्‍कुल आश्‍वस्‍त हूं कि जैसे ही युवा अपने वर्कप्‍लेस पर आएंगे,मिलिट्री ट्रेनिंग प्रोग्राम टूर ऑफ ड्यूटी ग्रेजुएट्स के लिए एक अतिरिक्‍त लाभ की तरह होगा। असल में सेना में चयन और ट्रेनिंग के स्‍तर को देखते हुए महिंद्रा ग्रुप इन युवाओं को अपना हिस्‍सा बनाने पर विचार करेगा।' सेना का यह प्रस्‍ताव अभी विचाराधीन है और उससे पहले ही आनंद महिंद्रा समेत देश के कई युवाओं में इसे लेकर एक प्रकार की उत्‍सुकता देखी जा सकती है। सेना का यह प्रस्‍ताव देश के सर्वश्रेष्‍ठ युवाओं को अपने साथ शामिल करना है।

शुरुआत में 100 और 1000 जवानों

शुरुआत में ट्रायल के तौर पर सेना 100 ऑफिसर्स और 1000 जवानों को तीन साल तक के लिए मौका देने के बारे में विचार कर रही है। वर्तमान समय में जो नियम है उसके तहत शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) से चुनकर आने वाले ऑफिसर्स को कम से कम 10 साल तक सेना में ड्यूटी देनी होती है। सूत्रों के मुताबिक एसएससी को युवाओं के लिए और ज्‍यादा आकर्षक बनाने के लिए टॉप ऑफिसर्स इसमें कुछ बदलाव करने पर विचार कर रहे हैं।

ऑफिसर्स की कमी से जूझती सेना

सेना इस समय ऑफिसर्स की कमी से जूझ रही है। अब वह इस संकट को जल्‍द से जल्‍द दूर करना चाहती है। आपको बता दें कि साल 1999 में जब कारगिल वॉर हुआ तो उस समय बॉलीवुड एक्‍टर नाना पाटेकर सेना के साथ कारगिल में थे। कुछ विशेषज्ञों के मुताबिक नाना पाटेकर इसी तरह से सेना से जुड़े थे। ऐसे में सेना का यह प्रस्‍ताव पुराने प्रस्‍ताव को एक नए रंग और रूप में पेश करना है।

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