गर्मी से था मरीज परेशान, परिजनों ने वेंटिलेटर का प्लग हटाकर लगा दिया कूलर का प्लग, आधे घंटे बाद 



नई दिल्ली. चिलचिलाती गर्मी में एक व्यक्ति के लिए कूलर चलाना मौत का कारण बन गया। ये मामले है राजस्थान के कोटा का। जिसने सबके होश उड़ा दिए। कोटा के इस सरकारी अस्पताल में 40 वर्षीय एक व्यक्ति की तब मौत हो गई जब उसके परिजनों ने कूलर चलाने के लिए वेंटिलेटर का प्लग हटा दिया। व्यक्ति को गर्मी लगने के चलते परिजनों ने वेंटिलेटर का ही प्लग हटा दिया।

आज आएगी जांच रिपोर्ट

एक रिपोर्ट के अनुसार 13 जून को एक शख्स को कोरोना वायरस संक्रमण होने के संदेह में महाराव भीम सिंह (एमबीएस) अस्पताल की आईसीयू में भर्ती किया गया था। जांच के बाद में उस शख्स की रिपोर्ट निगेटिव आई। शख्स कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाया गया था।अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि तीन सदस्यीय समिति घटना की जांच करेगी। वहीं आज शनिवार को जांच रिपोर्ट आनी है।

जानिए क्या है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक अस्पताल में व्यक्ति को 15 जून को सावधानी के तौर पर अलग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। अलग वार्ड में काफी गर्मी थी, जिसके चलते परिजनों ने वहां कूलर लगा दिया। इस दौरान परिजनों को जब कूलर लगाने के लिए कोई सॉकेट नहीं मिला तो उन्होंने कूलर लगाने के लिए कथित तौर पर वेंटिलेटर का प्लग हटा दिया और वहीं कूलर का प्लग गला दिया। लगभग आधा घंटे बाद वेंटिलेटर की बिजली खत्म हो गई। व्यक्ति तड़पने लगा तो परिजनों ने तुंरत इसकी सूचना डॉक्टरों तथा चिकित्साकर्मियों को दी। जिन्होंने मरीज पर सीपीआर आजमाया, लेकिन तब तक मरीज की मौत हो गई थी। इस पूरी घटना के बाद अस्पताल में हंगामा मच गया।

आज आएगी रिपोर्ट

महाराव भीम सिंह (एमबीएस) अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना ने इस पूरे मामले में जांच करने को कहा। उन्होंने कहा कि तीन सदस्यीय समिति घटना की जांच करेगी, जिसमें अस्पताल के उपाधीक्षक, नर्सिंग अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी शामिल हैं। समिति शनिवार को यानी आज अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने कहा कि समिति ने पृथक-वार्ड के चिकित्साकर्मियों के बयान दर्ज किए हैं, लेकिन मृतक के परिजन समिति को जवाब नहीं दे रहे हैं।

दोषी को मिली सख्त सजा

नवीन सक्सेना ने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। जबकि अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. समीर टंडन ने समिति की जांच को लेकर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया और कहा कि जांच जारी है।

परिजनों ने नहीं ली अनुमति

इस मामले को लेकर अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि परिजनों ने कथित तौर पर कूलर लगाने की अनुमति नहीं ली। उनको इसके लिए डॉक्यर या किसी स्टाफ से पूछना चाहिए था। वहां सभी लोग मौजूद थे। इसके साथ ही जब मरीज की मौत हो गई तो परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात रेजिडेंट डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों से दुर्व्यवहार किया।

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