दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबियत थोड़ी सी बिगड़ते ही कोरोना टेस्ट करवाए जाने को लेकर कांग्रेस ने निशाना साधते हुए इसे वीआईपी कल्चर करार दिया है. साथ ही कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा है कि अगर मुख्यमंत्री की टेस्ट रिपोर्ट 12 घन्टे में आ सकती है तो फिर आम लोगों को कई दिनों तक इंतजार क्यों करना पड़ता है? कांग्रेस ने मुख्यमंत्री केजरीवाल से पूछा है कि जुलाई के अंत तक दिल्ली में साढ़े पांच लाख कोरोना संक्रमण की आशंका के मद्देनजर इसके रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार कोई उपाय क्यों नहीं कर रही? बता दें कि तबियत बिगड़ने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल का कोरोना टेस्ट मंगलवार सुबह किया गया और शाम को उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी.
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि आम आदमी की बात करने वाले केजरीवाल ने खुद के खास होने का एक और उदाहरण पेश किया. अनिल चौधरी ने कहा "मुख्यमंत्री केजरीवाल आम लोगों से कहते हैं कि सामान्य बुखार पर घबराएं नहीं, टेस्ट ना करवाएं लेकिन खुद के बुखार पर इतने चिंतित हो गए. मुख्यमंत्री की कोरोना जांच हो गई और 12 घन्टे में रिपोर्ट भी आ गई. जबकि आम लोगों को टेस्ट रिपोर्ट के लिए हफ्तों का इंतजार करना पड़ता है. जिनके घर मे कोई संक्रमित होता है पूरा परिवार खौफ में जीता है." हालांकि केजरीवाल पर निशाना साधते हुए अनिल चौधरी ने स्पष्ट किया वह मुख्यमंत्री के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं.
तैयारियों को लेकर भी खड़े किए सवाल
अनिल चौधरी ने यह आरोप भी लगाया कि ड्यूटी कर रहे पुलिस वाले मेडिकल स्टाफ संक्रमित हो रहे हैं लेकिन उनका टेस्ट नहीं करवाया जा रहा, क्योंकि दिल्ली सरकार की तरफ से कम टेस्ट करवाए जाने के आदेश दिए गए हैं.
वहीं दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़ा करते हुए कांग्रेस ने पूछा हौ कि यदि जुलाई के अंत तक साढ़े पांच लाख लोग कोरोना संक्रमित होने की बात सरकार कह रही है तो इसके रोकथाम के लिए और इससे निपटने के लिए क्या किया जा रहा है? दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह कहना कि जुलाई में साढ़े पांच लाख लोग संक्रमित हो जाएंगे यह बताता है कि मुख्यमंत्री स्वीकार कर रहे हैं कि दिल्ली में 'कम्युनिटी स्प्रेड' हो चुका है.
अनिल चौधरी ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल अब कह रहे हैं कि हालात का जायजा लेने वह सड़क पर निकलेंगे तो फिर केजरीवाल 2 महीने से क्या कर रहे थे? केजरीवाल सरकार यह नहीं बता रही कि जलाई की स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली की तैयारी क्या है? अनिल चौधरी ने कहा कि नाकामी ध्यान भटकाने के लिए केजरीवाल झूठे आश्वासन दे रहे हैं. इस आपदा में केजरीवाल जीरो साबित हुए जबकि उनके पास हीरो बनने का मौका था.
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