1. एक महाकंजूस पति अपनी पत्नी के साथ कहीं घूमने गया।
पत्नी : सुनो जी, मुझे प्यास लगी है। पानी की एक बोतल ले लीजिए।
पति : दही कचौरी खाएगी क्या ?
पत्नी : ए जी, ऐंसे मत बोलिए, मेरे तो मुँह में पानी आ गया।
पति : बस, तो उसी को पी ले। बोतल में क्या डूब के मरना है ?
����
POSITIVE THINKING Redefined ��������
2. पति रात के दो बजे तक घर नहीं लौटा ....
पत्नी हलकान हो रही थी। अपनी माँ को फोन करके दुखड़ा सुना रही थी-- "इनका जरूर किसी से अफेयर है। पता नहीं कौन है वो खसमानूखानी!"
माँ ने सांत्वना दी-- "तू हमेशा Negative हीं क्यूँ सोचती है बेटी। हो सकता है कि वो किसी बस-ट्रक के नीचे आ गया हो!"
��
3.लोग कई वजहों से स्वार्थवश लड़ते हैं - जाति के नाम पर, धर्म के नाम पर, क्षेत्र के लिए परम्परा के नाम पर..... ।
निःस्वार्थ लड़ाई तो बस पति-पत्नी के बीच होती है। ये दो प्राणी बिना किसी स्वार्थ के लड़ते हैं।
��
4. एक पत्नी अपने पति के घर आने के बाद ही खाना खाती थी।
मोहल्ले की सारी स्त्रियाँ उसका बड़ा सम्मान करती थीं।
कहती थीं - तुम महान हो। पतिव्रता हो।
सती हो। देवी हो। साध्वी हो।
भारतीय संस्कृति की पुजारिन हो। हमारी प्रेरणा हो।
इस कलियुग में आदर्श नारी हो
एक दिन एक स्त्री ने पूछा - आप इतनी तपस्या कर कैसे लेती हो?
वो बोली - मजबूरी है। मेरे पति आते हैं और खाना बनाते हैं तभी तो खाती हूँ।।������
5.पति और पत्नी में झगड़ा हो रहा था.....
���� बीवी ~ काश मैं अपनी माँ की बात मान लेती और तुम से शादी ना करती.
���� पति ~ क्या मतलब ? तुम्हारी माँ ने मुझ से शादी करने से माना किया था..?
���� बीवी ~ और नहीं तो क्या..…
���� पति ~ हे भगवान, मैं आज तक उस भली औरत को डायन समझता रहा ������
_आज का ज्ञान !!_
अगर आप पतले दिखना चाहते हैं
मोटे लोगों के बीच रहिये����������
0 Comments