बवासीर, कब्ज, गंजापन, जोड़ों का दर्द, दाद, गांठ,सिर से लेकर एड़ी तक हर मर्ज की दवा है यह पौधा

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अरंडी के पौधे को आपने बहुत जगह पर देखा होगा लेकिन क्या आप इसके फायदे जानते हैं। यह किसी भी स्थान पर और किसी भी मौसम में उगने वाला पौधा है। यह पौधा अक्सर गांव में देखने को मिल जाता है। माना जाता है कि इस पौधे में ऐसे कई गुण होते हैं जो आपको कई गंभीर समस्याओं से बचा सकते हैं। अरंडी के तेल में मौजूद एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल व एंटी फंगल गुण शरीर को बाहरी संक्रमण से बचाने में सहायक है।

अरंडी की जड़ और पत्ते दवाइयों में इस्तेमाल किए जाते हैं। इसके बीज से जो तेल निकलता है। उसे अरंडी का तेल कहते हैं। अगर इसकी गुणों की बात करें तो अरंडी वायु और कफ का नाश करने वाली होती है। रस में तीखी, कसेली मधुर और पकने के बाद कटु होती है। अरंडी तेल में मौजूद सूजन को कम करने वाले गुणों की वजह से यह जोड़ों के दर्द, तंत्रिका सूजन और गले की मांसपेशियों को राहत देता है। चलिए जानते हैं इस पौधे से आपको क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं। 

बाल उगाने में सहायक
अगर आपके सिर पर बाल कम है या आपकी भौंहें पतली हो तो प्रतिदिन अरंडी के तेल का इस्तेमाल करें। रात को सोते समय भौंहे पर तेल को हल्का गर्म करके लगाए। कुछ दिन नियमित इस्तेमाल करने से आपको फर्क दिखाई देने लगेगा।

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फटी एडियों के लिए
अक्सर ठंड के मौसम में एड़िया फट जाती है। इसके लिए अरंडी के तेल को हल्का गर्म करके फटी हुई एड़ियों पर रात को सोते समय लगाएं और फिर सुबह धो लें। यह फटी एड़ियों के दर्द को भी हटाएगा और साथ ही फटी एड़ियों को भी ठीक कर देगा।

अनिद्रा के लिए
अगर नींद नही आने की समस्या है तो अरंडी के कोमल पत्ते दूध में पीसकर हल्के गर्म करके ललाट और कनपटी पर बांधने चाहिए। पैर के तलवों और सिर पर अरंडी के तेल की मालिश करनी चाहिए। इससे अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है और नींद अच्छी आती है।

जोड़ों का दर्द
अक्सर उम्र ढलने के बाद जोड़ों की समस्या हो जाती है और दर्द करने लगता है। हालांकि यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। जिसके लिए अरंडी का तेल बहुत फायदेमंद होता है। इसमें एंटी इन्फ्लामेट्री तत्व मौजूद होते हैं। जो जोड़ों के दर्द को ठीक करने में मददगार होते हैं। रोजाना अरंडी के तेल से मालिश करने से जोड़ों का दर्द ठीक हो जाता है।

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अंदरूनी चोट के लिए
अगर किसी को अंदरूनी चोट है। तो अरंडी के पत्तों के काढ़े में हल्दी पाउडर डालकर दर्द वाली जगह पर गरम- गरम डाले और उसके पत्ते उबालकर हल्दी डालकर चोट वाले स्थान प ररखकर सूती कपड़े की पट्टी बांधे चोट का दर्द से तुरंत आराम मिलेगा।

गांठ के लिए
कई बार शरीर में गांठ होने की समस्या हो जाती है या चोट के बाद गांठ बन जाती है। इसके लिए अरंडी के बीज और हरड़ बराबर मात्रा में लेकर पीस लें।अगर नई गांठ हो तो बांधने से गाँठ बैठ जाएगी और अगर लंबे समय से पुरानी गांठ होगी तो वह पककर फूट जाएगी।

सूजन के लिए
अरंडी के पत्ता पर सरसों का गर्म तेल लगा कर बांधने से सूजन दूर होती है। अरंडी के तेल को भी सूजन वाली जगह पर मालिश करने से दर्द में काफी आराम मिलता है।

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कब्ज के लिए
अगर आप कब्ज की परेशानी में रहते हैं तो अरंडी तेल आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए सुबह एक चम्मच अरंडी का तेल सेवन कर सकते हैं। आप चाहें तो इसको संतरे के जूस, करौंदे का जूस या अदरक के जूस के साथ भी मिलाकर सेवन कर सकते हैं। आप इस बात का ध्यान रखें कि इसका 3 दिन से ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।

दाद की समस्या
अगर आप दाद की समस्या से परेशान रहते हैं तो अरंडी तेल का इस्तेमाल करें। इसमें मौजूद गुण इंफेक्शन को खत्म करने में मददगार होते हैं। अरंडी के तेल को प्रभावित जगह पर पूरी रात लगा रहने दें। रात को सोने से पहले उस जगह पर अरंडी का तेल लगा ले। आपका दाद बहुत जल्दी दूर हो जाएगा।

तिल के लिए
अगर आपके शरीर में जन्म से ही तिल चिन्ह है और उन्हें दूर करना चाहते हैं तो अरंडी के पत्तों की डंडी पर थोड़ा सा कली चूना लगाकर उसे तिल पर घिसने से खून निकल कर तिल गिर जाता है।

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